यह खेल नहीं यह जंग है, वीरों पर खिलता रंग है,
योद्धाओं की भूमी पर, देख रहे सब दंग है!!!
बिन सरहदों की इस लड़ाई में,सभी प्रदेशों का प्रकोप है,
दो दलों की यह महाभारत नहीं,शूरवीरों की यह जंग है!!!
बिन भालों और तलवारों के,तू मरने को त्यार है,
तो देख हर फूँकार को,अपनी चोंटी पर बुलंद है!!!
कुछ पलों में है हार जीत, लंबी मेहनत और संघर्ष है,
इकठे हुए शत्रुओं में,दोस्ती का प्रतिबिंब है!!!
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